चार धाम
हिंदुओं की मान्यता हैं कि गंगोत्री की भव्य समाधि सबसे पवित्र स्थल है। 3,200 मी पर यह भव्य मंदिर स्थित है। अठारहवीं सदी में गोरखा सेना के उच्च पदाधिकारी अमर सिंह.....
View Articleचित्रकूटः धाम
भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से चित्रकूट प्रमुख माना जाता हैं। लोगों में यह मान्यता है कि भगवान राम, देवी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण सहित चित्रकूट के घने जंगलों में वनवास के दौरान ठहरे थे।
View Articleगोआ के प्रसिद्ध मंदिर
मंदिरों में से सबसे प्राचीन मंदिर है श्री चंद्रेशनर मंदिर। यह पवित्र मंदिर पहाड़ की ऊँचाइयों पर स्थापित किया गया था।
View Articleअरुणाचल में भारत-तिब्बत संस्कृति का मिलन
अरुणाचल प्रदेश के निवासी भारत में ही रहना चाहते हैं। बातचीत करने पर हमें पता चला कि उनके हिंदी के गाने लोकप्रिय हैं इस विषय पर चर्चा करना उन्हें अच्छा लगता है।
View Articleआनंदपुर साहिब गुरुद्वारा
भारत में प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में सबसे प्रथम स्थल है आनंदपुर साहिब का गुरुद्वारा। सिख धर्म के लोग में यह गुरुद्वारा जागृत है।
View Articleतमिलनाडु का वैलंकानी चर्च
तमिलनाडु के नागापट्टिनम क्षेत्र में भव्य तीर्थस्थल वैलंकानी गिरिजाघर स्थित है। भक्तजनों का मानना है कि मदर मेरी की प्रतिमा यहाँ जागृत की गई है।
View Articleजापान का गिंकाकू-जी मंदिर
जपान का सबसे प्रसिद्ध शहर क्योटो बहुत ही खूबसूरत है। इस शहर में असंख्य बौद्ध मठ स्थित हैं। क्योटो पारंपरिक और ऐतिहासिक धरोहर है। क्योटो के मंदिर, मठ, महल यूनेस्को के निरीक्षण में आता है।
View Articleजैन तीर्थस्थल पालिताना
गुजरात के खूबसूरत शहर में, शतरुंजया पहाड़ पर पालिताना जैन मंदिर स्थित है। पालिताना के जैन मंदिर उत्तर भारतीय वास्तुशिल्प के अनुसार बनाए गए थे।
View Articleभव्य मंदिरों के लिए मशहूर उड़ीसा
भारत के पूर्व में बंगाल की खाड़ी के तट पर फैला यह राज्य उसकी राजधानी भुवनेश्वर, चार धामों में से एक जगन्नाथ पुरी, कोणार्क का सूर्य मंदिर तथा शास्त्रीय मंदिर-नृत्य ओडिसी के लिए प्रसिद्ध है।
View Articleरणकपुर का जैन मंदिर
राजस्थान में अरावली पर्वत की घाटियों के मध्य स्थित रणकपुर में ऋषभदेव का चतुर्मुखी जैन मंदिर है। चारों ओर जंगलों से घिरे इस मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है।
View Articleस्वर्ण मंदिर का शहर : अमृतसर
अमृतसर : 16 वीं शताब्दी में सिखों के चौथे गुरु रामदास ने एक तालाब के किनारे डेरा डाला, जिसके पानी में अद्भुत शक्ति थी। इसी कारण इस शहर का नाम अमृत+सर (अमृत का सरोवर) पड़ा।इसी दिन गुरु गोविंदसिंह ने...
View Articleगुजरात की दिवाली
आज पूरे भारतवर्ष में दीपावली का त्योहार बहुत ही उल्लासपूर्वक मनाया जाता है। फिर चाहे वह हिंदु हो या मुसलमान, सिख हो या ईसाई। भारत एक है यह ऐसे त्योहारों पर हमें दिखाई पड़ता है। तो आइए हम आपको गुजरात...
View Articleहरिद्वार के ऐतिहासिक स्थल
ब्रह्मकुंड हर की पौड़ी के पास स्थित है। मान्यता है कि इस स्रोत से जल गंगा नदी की ओर बहता है। हिंदुओं में मान्यता है कि इस कुंड में डुबकी लगाने से सब पाप धुल जाते हैं।
View Articleप्रकृति का एक अचम्भा है चम्बा
चम्बा के संस्थापक राजा साहिल वर्मा ने सन् 920 में इस शहर का नामकरण अपनी बेटी चंपा के नाम पर क्यों किया था, इस बारे में एक बहुत ही रोचक किंवदंती प्रचलित है।
View Articleभादवा माता का चमत्कारी मंदिर
हमारे देश में कई प्रमुख धार्मिक स्थल हैं, जहाँ माता चमत्कारी मूर्ति के रूप में विराजमान हैं। माता की एक ऐसी ही चमत्कारी मूर्ति है 'भादवा माता धाम' में। मध्यप्रदेश के नीमच से लगभग 18 किमी की दूरी पर...
View Articleमहाकाल की नगरिया उज्जैन
उज्जैन, विक्रमादित्य की अवंतिका जिसकी रक्षा कालों के काल महाकाल करते हैं। इस नगर को मध्यप्रदेश की धार्मिक राजधानी की उपाधि प्राप्त है। शहर की हर गली, हर मोड़, चौराहे पर एक सुंदर मंदिर नजर आता है।...
View Articleशनिदेव का धाम - शनि शिंगणापुर
देश में सूर्यपुत्र शनिदेव के कई मंदिर हैं। उन्हीं में से एक प्रमुख है महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शिंगणापुर का शनि मंदिर। विश्व प्रसिद्ध इस शनि मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ स्थित शनिदेव की...
View Articleकामख्या धाम का प्रसिद्ध अंबुवासी मेला
ऐसी मान्यता है कि 'अंबुवासी मेले' के दौरान माँ कामाख्या रजस्वला होती हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सौर आषाढ माह के मृगशिरा नक्षत्र के तृतीय चरण बीत जाने पर चतुर्थ चरण में आद्रा पाद के मध्य में पृथ्वी...
View Articleशिर्डी के कण-कण में बसता है साँई
कहते हैं आप जिससे प्रेम करते हैं, उससे संबंधित हर चीज, हर जगह आपको अच्छी लगने लगती है। कुछ ऐसा ही भक्त और भगवान का रिश्ता भी होता है। हम सभी के आराध्य देव हमारे लिए सभी संकट हरने वाले व सबसे अच्छे होते...
View Articleउज्जैन का प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
भारत के हृदयस्थल मध्यप्रदेश के उज्जैन में पुण्य सलिला क्षिप्रा के तट के निकट भगवान शिव 'महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग' के रूप में विराजमान हैं। महाराजा विक्रमादित्य के न्याय की नगरी उज्जयिनी में भगवान...
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