अष्ट भैरव : उज्जैन में कहां-कहां विराजित हैं काल भैरव, जानिए उनका मूल स्थान
काल भैरव जयंती 19 नवंबर 2019 को है। इस बार भैरवाष्टमी मंगलवार के दिन आ रही है। अगहन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी भैरव जयंती के नाम से जानी जाती है।
View ArticleDhuniwale Dadaji : कैसे पड़ा इस महान संत का नाम धूनी वाले दादाजी, पढ़ें कहां...
स्वामी केशवानंदजी महाराज पवित्र अग्नि (धूनी) के समक्ष ध्यानमग्न होकर बैठे रहते थे, इसलिए लोग उन्हें दादाजी धूनीवाले के नाम से स्मरण करने
View Articleशेगांव के प्रसिद्ध 'गजानन महाराज' के प्रकटोत्सव पर पढ़ें विशेष जानकारी
गजानन महाराज का प्रकटोत्सव 14 से 16 फरवरी 2020 तक मनाया जा रहा है। इसमें 3 दिवसीय कार्यक्रम होंगे, जिसमें श्रीजी का पारायण, चरण पादुका पूजन और भ्रमण तथा जलाभिषेक, कलश पूजन, यज्ञ और इसके बाद भंडारे या...
View Articleक्या आप जानते हैं नृसिंह अवतार का आश्चर्यजनक रहस्य, सिकुलीगढ़ का सच जानकर...
पूर्वोत्तर बिहार में पूर्णिया प्रमंडल मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर धरहरा गांव स्थित सिकुलीगढ़ का भी अपना धार्मिक और पुरातात्विक महत्व है। इसे भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु के नृसिंह अवतार और...
View Articleशनि देव के जन्म स्थान शिंगणापुर के 6 रहस्य
वैसे जो भारतभर में शनिदेव के कई पीठ है किंतु तीन ही प्राचीन और चमत्कारिक पीठ है, जिनका बहुत महत्व है। शनि शिंगणापुर (महाराष्ट्र), शनिश्चरा मन्दिर (ग्वालियर मध्यप्रदेश), सिद्ध शनिदेव (कशीवन, उत्तर...
View Articleशीतला माता का सबसे प्राचीन मंदिर, जहां जाने से होती है मनोकामना पूर्ण
शीतला माता की पूजा शीतला सप्तमी और शीतला अष्टमी पर की जाती है। शीतला माता के यूं तो कई प्रचीन मंदिर है जैसे राजस्थान के पाली जिले में, जबलपुर के पास पालन में घमापुर-शीतलामाई मार्ग पर और भोपाल की बड़ी...
View Articleपुरी के जगन्नाथ धाम के 13 आश्चर्यजनक चर्चित तथ्य, जानिए
भक्तों की आस्था केंद्र पुरी का जगन्नाथ मंदिर विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह हिन्दुस्तान ही नहीं, बल्कि विदेशी श्रद्धालुओं के भी आकर्षण का केंद्र है।
View Articleबाबा अमरनाथ यात्रा की 13 रोचक बातें, प्राचीन एवं पौराणिक इतिहास
हिन्दुओं के सबसे बड़े तीर्थ स्थल अमरनाथ के बारे में बहुत कम ही लोग कुछ खास बातें जानते होंगे। यहां अमरनाथ से जुड़ी प्राचीन, पौराणिक और रहस्यमयी जानकारी जरूर जानिए।
View Articleबाबा अमरनाथ यात्रा की 5 खास बातें, बहुत जरूरी है जानना
अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए 2 रास्ते हैं- एक पहलगाम होकर जाता है और दूसरा सोनमर्ग बालटाल से जाता है। यानी देशभर के किसी भी क्षेत्र से पहले पहलगाम या बालटाल पहुंचना होता है। इसके बाद की यात्रा पैदल की...
View Articleदेश के प्रसिद्ध 10 गणेश मंदिर, जहां जाने से होती हैं मुरादें पूर्ण
यूं तो संसार में हजारों गणेश मंदिर हैं। देश-विदेश में भगवान गणेश की कई प्राचीन प्रतिमाएं विराजमान हैं परंतु देश में कुछ ऐसे खास मंदिर हैं जिनकी प्रसिद्धि और प्रताप दूर-दूर तक फैला और जहां लाखों की...
View Articleहिमालय की वादियों में हैं पांच कैलाश पर्वत- पंच कैलाश
हिमालय की वादियों में स्थित कैलाश पर्वत के बारे में तो सभी जानते हैं। यहां पर भगवान शंकर का मुख्य निवास स्थान हैं। इसी के पास कैलाश मानसरोवर स्थित है। परंतु आप शायद ही जानते होंगे कि हिमालय की गोद में...
View Articleमाता के 51 शक्ति पीठ : कामगिरि कामाख्या शक्तिपीठ-8
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Articleबद्रीनाथ एक नहीं 7 है, जानिए सप्त बद्री
हमने जिस तरह आपको पंच कैलाश, पंच केदार आदि हिन्दू तीर्थ के बारे में बताया था उसी तरह अब जानिए सप्त बद्री के बार में संक्षिप्त जानकारी जो उत्तराखंड के चमोली में स्थित है और सभी जगह श्रीहरि विष्णु...
View Articleमाता के 51 शक्ति पीठ : ज्वालादेवी सिद्धिदा (अंबिका) शक्तिपीठ-7
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Articleमाता के 51 शक्ति पीठ : मानस दाक्षायणी कैलाश मानसरोवर तिब्बत शक्तिपीठ-9
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Articleमाता के 51 शक्ति पीठ : महशिरा गुजरेश्वरी मंदिर नेपाल शक्तिपीठ-12
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Articleमाता के 51 शक्ति पीठ : शुचि- नारायणी शक्तिपीठ-11
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Article51 Shaktipeeth : विरजा- विमला विरजाक्षेत्र जगन्नाथ पुरी शक्तिपीठ-25
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Article51 Shaktipeeth : बहुला चंडिका केतुग्राम पश्चिम बंगाल शक्तिपीठ-26
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
View Article51 Shaktipeeth : त्रिस्रोता- भ्रामरी देवी मंदिर पश्चिम बंगाल शक्तिपीठ-27
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52...
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